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UPSC चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दिया:पिछले साल अध्यक्ष बने थे, 5 साल का कार्यकाल बाकी था, बोले- इसका पूजा खेडकर विवाद से संबंध नहीं

UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि इस्तीफे के बाद सामाजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे। उन्होंने 14 दिन पहले अपना इस्तीफा कार्मिक विभाग (DOPT) को भेजा था, इसकी जानकारी आज (20 जुलाई को) सामने आई है। अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। उनका कार्यकाल मई 2029 तक था। उन्होंने 16 मई 2023 को UPSC के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। राज्यसभा सांसद ने कहा- विवादों के बीच पद से हटाया गया
इस्तीफे की जानकारी आने के बाद मनोज सोनी ने कहा है कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के विवादों और आरोपों से किसी भी तरह से जुड़ा नहीं है। वहीं, कांग्रेस लीडर और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने चेयरमैन के इस्तीफे पर कहा है कि उन्हें UPSC से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से अब तक लगातार संवैधानिक बॉडी की शुचिता बुरी तरह प्रभावित हुई है। मनोज सोनी के कार्यकाल में IAS सिलेक्शन से जुड़े विवाद सामने आए
मनोज सोनी के कार्यकाल के दौरान IAS ट्रेनी पूजा खेडकर और IAS अभिषेक सिंह विवादों में रहे। इन दोनों पर OBC और विकलांग कैटेगरी का गलत फायदा उठाकर सिलेक्शन लेने का आरोप लगा। पूजा खेडकर ने लो विजन का हवाला देते हुए विकलांग कैटेगरी से सिलेक्शन हासिल किया था। पूरी खबर पढ़ें अभिषेक सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा विकलांग कैटेगरी से पास की थी। उन्होंने लोकोमोटिव डिसऑर्डर यानी खुद को चलने-फिरने में अक्षम बताया था। अभिषेक ने अपने एक्टिंग करियर के लिए IAS से इस्तीफा दे दिया था। पूरी खबर पढ़ें​​​​​​​ हर साल सिविल सर्विसेज की नियुक्ति के लिए एग्जाम लेता है UPSC
UPSC भारत के संविधान में अनुच्छेद 315-323 भाग XIV अध्याय II के तहत संवैधानिक बॉडी है। यह आयोग केंद्र सरकार की ओर से कई परीक्षाएं आयोजित करता है। यह हर साल सिविल सेवा परीक्षाएं आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं- ग्रुप ए और ग्रुप बी में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है। आयोग में अध्यक्ष के अलावा 10 मेंबर गवर्निंग बॉडी में होते हैं। शुक्रवार तक अध्यक्ष के अलावा बॉडी में सात सदस्य थे। इनमें गुजरात लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष दिनेश दासा भी शामिल थे। ये खबर भी पढ़ें.. यूपी के पूर्व IAS अभिषेक बोले- मैं डरने वाला नहीं:खानदान का इकलौता आईएएस हूं; UPSC सिलेक्शन पर सवाल उठाने वालों को दिया जवाब ‘मैं छुई मुई नहीं हूं, जो डर के बैठ जाऊंगा। मैं खानदान का इकलौता IAS हूं। आलोचना से फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, जीवन में पहली बार आलोचकों को जवाब दे रहा हूं। पूरी खबर पढ़ें डॉक्टर बोले- ट्रेनी IAS पूजा खेडकर को 7% विकलांगता:कोटे से सिलेक्शन के लिए 40% डिसेबिलिटी जरूरी; ऑफिसर ने एड्रेस भी गलत बताया था UPSC सिलेक्शन को लेकर विवादों में घिरीं ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर का विकलांगता सर्टिफिकेट सामने आया है। पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल से 24 अगस्त 2022 को जारी इस सर्टिफिकेट में उन्हें 7% विकलांग बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें नई सरकारी नौकरियों के अपडेट्स यहां पढ़ें
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​UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि इस्तीफे के बाद सामाजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे। उन्होंने 14 दिन पहले अपना इस्तीफा कार्मिक विभाग (DOPT) को भेजा था, इसकी जानकारी आज (20 जुलाई को) सामने आई है। अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। उनका कार्यकाल मई 2029 तक था। उन्होंने 16 मई 2023 को UPSC के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। राज्यसभा सांसद ने कहा- विवादों के बीच पद से हटाया गया
इस्तीफे की जानकारी आने के बाद मनोज सोनी ने कहा है कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के विवादों और आरोपों से किसी भी तरह से जुड़ा नहीं है। वहीं, कांग्रेस लीडर और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने चेयरमैन के इस्तीफे पर कहा है कि उन्हें UPSC से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से अब तक लगातार संवैधानिक बॉडी की शुचिता बुरी तरह प्रभावित हुई है। मनोज सोनी के कार्यकाल में IAS सिलेक्शन से जुड़े विवाद सामने आए
मनोज सोनी के कार्यकाल के दौरान IAS ट्रेनी पूजा खेडकर और IAS अभिषेक सिंह विवादों में रहे। इन दोनों पर OBC और विकलांग कैटेगरी का गलत फायदा उठाकर सिलेक्शन लेने का आरोप लगा। पूजा खेडकर ने लो विजन का हवाला देते हुए विकलांग कैटेगरी से सिलेक्शन हासिल किया था। पूरी खबर पढ़ें अभिषेक सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा विकलांग कैटेगरी से पास की थी। उन्होंने लोकोमोटिव डिसऑर्डर यानी खुद को चलने-फिरने में अक्षम बताया था। अभिषेक ने अपने एक्टिंग करियर के लिए IAS से इस्तीफा दे दिया था। पूरी खबर पढ़ें​​​​​​​ हर साल सिविल सर्विसेज की नियुक्ति के लिए एग्जाम लेता है UPSC
UPSC भारत के संविधान में अनुच्छेद 315-323 भाग XIV अध्याय II के तहत संवैधानिक बॉडी है। यह आयोग केंद्र सरकार की ओर से कई परीक्षाएं आयोजित करता है। यह हर साल सिविल सेवा परीक्षाएं आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं- ग्रुप ए और ग्रुप बी में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है। आयोग में अध्यक्ष के अलावा 10 मेंबर गवर्निंग बॉडी में होते हैं। शुक्रवार तक अध्यक्ष के अलावा बॉडी में सात सदस्य थे। इनमें गुजरात लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष दिनेश दासा भी शामिल थे। ये खबर भी पढ़ें.. यूपी के पूर्व IAS अभिषेक बोले- मैं डरने वाला नहीं:खानदान का इकलौता आईएएस हूं; UPSC सिलेक्शन पर सवाल उठाने वालों को दिया जवाब ‘मैं छुई मुई नहीं हूं, जो डर के बैठ जाऊंगा। मैं खानदान का इकलौता IAS हूं। आलोचना से फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, जीवन में पहली बार आलोचकों को जवाब दे रहा हूं। पूरी खबर पढ़ें डॉक्टर बोले- ट्रेनी IAS पूजा खेडकर को 7% विकलांगता:कोटे से सिलेक्शन के लिए 40% डिसेबिलिटी जरूरी; ऑफिसर ने एड्रेस भी गलत बताया था UPSC सिलेक्शन को लेकर विवादों में घिरीं ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर का विकलांगता सर्टिफिकेट सामने आया है। पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल से 24 अगस्त 2022 को जारी इस सर्टिफिकेट में उन्हें 7% विकलांग बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें नई सरकारी नौकरियों के अपडेट्स यहां पढ़ें
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शिक्षा और करियर से जुड़ी और खबरें यहां पढ़ें UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) के अध्यक्ष मनोज सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा है कि इस्तीफे के बाद सामाजिक और धार्मिक कामों पर ध्यान देंगे। उन्होंने 14 दिन पहले अपना इस्तीफा कार्मिक विभाग (DOPT) को भेजा था, इसकी जानकारी आज (20 जुलाई को) सामने आई है। अभी इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है। उनका कार्यकाल मई 2029 तक था। उन्होंने 16 मई 2023 को UPSC के अध्यक्ष के रूप में शपथ ली थी। राज्यसभा सांसद ने कहा- विवादों के बीच पद से हटाया गया
इस्तीफे की जानकारी आने के बाद मनोज सोनी ने कहा है कि उनका इस्तीफा ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के विवादों और आरोपों से किसी भी तरह से जुड़ा नहीं है। वहीं, कांग्रेस लीडर और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने चेयरमैन के इस्तीफे पर कहा है कि उन्हें UPSC से जुड़े विवादों के बीच पद से हटाया गया है। उन्होंने कहा कि 2014 से अब तक लगातार संवैधानिक बॉडी की शुचिता बुरी तरह प्रभावित हुई है। मनोज सोनी के कार्यकाल में IAS सिलेक्शन से जुड़े विवाद सामने आए
मनोज सोनी के कार्यकाल के दौरान IAS ट्रेनी पूजा खेडकर और IAS अभिषेक सिंह विवादों में रहे। इन दोनों पर OBC और विकलांग कैटेगरी का गलत फायदा उठाकर सिलेक्शन लेने का आरोप लगा। पूजा खेडकर ने लो विजन का हवाला देते हुए विकलांग कैटेगरी से सिलेक्शन हासिल किया था। पूरी खबर पढ़ें अभिषेक सिंह ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की परीक्षा विकलांग कैटेगरी से पास की थी। उन्होंने लोकोमोटिव डिसऑर्डर यानी खुद को चलने-फिरने में अक्षम बताया था। अभिषेक ने अपने एक्टिंग करियर के लिए IAS से इस्तीफा दे दिया था। पूरी खबर पढ़ें​​​​​​​ हर साल सिविल सर्विसेज की नियुक्ति के लिए एग्जाम लेता है UPSC
UPSC भारत के संविधान में अनुच्छेद 315-323 भाग XIV अध्याय II के तहत संवैधानिक बॉडी है। यह आयोग केंद्र सरकार की ओर से कई परीक्षाएं आयोजित करता है। यह हर साल सिविल सेवा परीक्षाएं आईएएस, भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और केंद्रीय सेवाओं- ग्रुप ए और ग्रुप बी में नियुक्ति के लिए परीक्षाओं का आयोजन करता है। आयोग में अध्यक्ष के अलावा 10 मेंबर गवर्निंग बॉडी में होते हैं। शुक्रवार तक अध्यक्ष के अलावा बॉडी में सात सदस्य थे। इनमें गुजरात लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष दिनेश दासा भी शामिल थे। ये खबर भी पढ़ें.. यूपी के पूर्व IAS अभिषेक बोले- मैं डरने वाला नहीं:खानदान का इकलौता आईएएस हूं; UPSC सिलेक्शन पर सवाल उठाने वालों को दिया जवाब ‘मैं छुई मुई नहीं हूं, जो डर के बैठ जाऊंगा। मैं खानदान का इकलौता IAS हूं। आलोचना से फर्क नहीं पड़ता। लेकिन, जीवन में पहली बार आलोचकों को जवाब दे रहा हूं। पूरी खबर पढ़ें डॉक्टर बोले- ट्रेनी IAS पूजा खेडकर को 7% विकलांगता:कोटे से सिलेक्शन के लिए 40% डिसेबिलिटी जरूरी; ऑफिसर ने एड्रेस भी गलत बताया था UPSC सिलेक्शन को लेकर विवादों में घिरीं ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर का विकलांगता सर्टिफिकेट सामने आया है। पुणे के यशवंतराव चव्हाण मेमोरियल (YCM) अस्पताल से 24 अगस्त 2022 को जारी इस सर्टिफिकेट में उन्हें 7% विकलांग बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें नई सरकारी नौकरियों के अपडेट्स यहां पढ़ें
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