नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA साल 2025 से किसी भी नौकरी के रिक्रूटमेंट के लिए एग्जाम नहीं करवाएगा। इसका मतलब है कि NTA अब सिर्फ एंट्रेंस एग्जाम करवाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 17 दिसंबर यानी आज संसद में यह जानकारी दी है। प्रधान ने कहा कि अब तक NTA 9 प्रमुख रिक्रूटमेंट एग्जाम आयोजित करता रहा है। लेकिन अब NTA का फोकस सिर्फ हायर एजुकेशन के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्जाम पर रहेगा। NTA से वापस लिए गए रिक्रूटमेंट एग्जाम अब CBSE जैसी केंद्रीय एजेंसी और राज्यों की एग्जाम एजेंसी करवाएंगी। NEET पेपर लीक जैसी गड़बड़ियों के चलते लिया गया फैसला इसी साल कथित रूप से NEET-UG एग्जाम में पेपर लीक जैसी कई गड़बड़ियां हुई थीं। इसके बाद छात्रों ने NEET जैसे बड़े एग्जाम NTA से करवाए जाने का विरोध किया था। एजेंसी में सुधारों को लेकर एक पैनल बनाया गया था। रिक्रूटमेंट एग्जाम से NTA को हटाने का निर्णय इसी पैनल की सिफारिशों के आधार लिया गया है। धर्मेंद्र प्रधान ने NTA को लेकर 4 और जरूरी बातें बताईं 14 लोगों की गवर्निंग बॉडी, एग्जाम सेंटर से लेकर क्वेश्चन पेपर सेट करवाने जैसे काम NTA के जिम्मे 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति और 1992 के प्रोग्राम ऑफ एक्शन में एक सुझाव दिया गया था कि हायर एजुकेशन में एडमिशन के लिए नेशनल लेवल पर एक समान एंट्रेंस टेस्ट कराया जाए। 2010 में एक बार फिर चर्चा उठी जब IITs के कुछ निदेशकों ने सरकार से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनाने की सिफारिश की। 2017 में वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में NTA के गठन की घोषणा की। इसका देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन और स्कॉलरशिप के लिए क्वालिटी टेस्टिंग सर्विस देना यानी एग्जाम कराना है। इसके अलावा NTA कई रिक्रूटमेंट एग्जाम भी करवाता रहा है, जिन्हें 2025 से NTA से वापस ले लिया जाएगा। बीते 7 सालों में NTA के करवाए एंट्रेंस एग्जाम में ही सबसे ज्यादा विवाद हुए एंट्रेंस एग्जाम में बड़ी संख्या में एस्पिरेंट्स बैठते हैं। NTA पर इन्हीं एग्जाम को लेकर सबसे ज्यादा विवादों का सामना करना पड़ा है। NEET और UG जैसे बड़े एग्जाम NTA से न करवाने की मांग की जाती रही है। इसके बावजूद NTA एंट्रेंस एग्जाम करवाता रहेगा। उससे सिर्फ रिक्रूटमेंट एग्जाम करवाने की जिम्मेदारी वापस ली गई है। मिसाल के लिए अब तक NEET और JEE के 7 एग्जाम में गड़बड़ी के आरोप लग चुके हैं- सबसे ज्यादा हंगामा NEET 2024 में धांधली पर हुआ, NTA पर 5 बड़े आरोप लगे इसके बाद केंद्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर आरोपों की जांच करने और NTA में सुधार करने की बात कही थी। इस पर अब यह फैसला लिया गया है, आगे भी कुछ नए फैसले आ सकते हैं। NTA से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें:
भास्कर एक्सप्लेनर- पहले NEET में धांधली, अब UGC-NET रद्द:नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एक फेल मॉडल क्यों है; अंदर के लूपहोल्स की पूरी कहानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA ने 18 जून को हुई UGC-NET की परीक्षा रद्द कर दी है। परीक्षा में गड़बड़ी के इनपुट्स मिले थे। मामला CBI को सौंपा गया था। पूरी खबर पढ़ें…
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA साल 2025 से किसी भी नौकरी के रिक्रूटमेंट के लिए एग्जाम नहीं करवाएगा। इसका मतलब है कि NTA अब सिर्फ एंट्रेंस एग्जाम करवाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 17 दिसंबर यानी आज संसद में यह जानकारी दी है। प्रधान ने कहा कि अब तक NTA 9 प्रमुख रिक्रूटमेंट एग्जाम आयोजित करता रहा है। लेकिन अब NTA का फोकस सिर्फ हायर एजुकेशन के लिए होने वाले एंट्रेंस एग्जाम पर रहेगा। NTA से वापस लिए गए रिक्रूटमेंट एग्जाम अब CBSE जैसी केंद्रीय एजेंसी और राज्यों की एग्जाम एजेंसी करवाएंगी। NEET पेपर लीक जैसी गड़बड़ियों के चलते लिया गया फैसला इसी साल कथित रूप से NEET-UG एग्जाम में पेपर लीक जैसी कई गड़बड़ियां हुई थीं। इसके बाद छात्रों ने NEET जैसे बड़े एग्जाम NTA से करवाए जाने का विरोध किया था। एजेंसी में सुधारों को लेकर एक पैनल बनाया गया था। रिक्रूटमेंट एग्जाम से NTA को हटाने का निर्णय इसी पैनल की सिफारिशों के आधार लिया गया है। धर्मेंद्र प्रधान ने NTA को लेकर 4 और जरूरी बातें बताईं 14 लोगों की गवर्निंग बॉडी, एग्जाम सेंटर से लेकर क्वेश्चन पेपर सेट करवाने जैसे काम NTA के जिम्मे 1986 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति और 1992 के प्रोग्राम ऑफ एक्शन में एक सुझाव दिया गया था कि हायर एजुकेशन में एडमिशन के लिए नेशनल लेवल पर एक समान एंट्रेंस टेस्ट कराया जाए। 2010 में एक बार फिर चर्चा उठी जब IITs के कुछ निदेशकों ने सरकार से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी बनाने की सिफारिश की। 2017 में वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में NTA के गठन की घोषणा की। इसका देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में एडमिशन और स्कॉलरशिप के लिए क्वालिटी टेस्टिंग सर्विस देना यानी एग्जाम कराना है। इसके अलावा NTA कई रिक्रूटमेंट एग्जाम भी करवाता रहा है, जिन्हें 2025 से NTA से वापस ले लिया जाएगा। बीते 7 सालों में NTA के करवाए एंट्रेंस एग्जाम में ही सबसे ज्यादा विवाद हुए एंट्रेंस एग्जाम में बड़ी संख्या में एस्पिरेंट्स बैठते हैं। NTA पर इन्हीं एग्जाम को लेकर सबसे ज्यादा विवादों का सामना करना पड़ा है। NEET और UG जैसे बड़े एग्जाम NTA से न करवाने की मांग की जाती रही है। इसके बावजूद NTA एंट्रेंस एग्जाम करवाता रहेगा। उससे सिर्फ रिक्रूटमेंट एग्जाम करवाने की जिम्मेदारी वापस ली गई है। मिसाल के लिए अब तक NEET और JEE के 7 एग्जाम में गड़बड़ी के आरोप लग चुके हैं- सबसे ज्यादा हंगामा NEET 2024 में धांधली पर हुआ, NTA पर 5 बड़े आरोप लगे इसके बाद केंद्र सरकार ने एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाकर आरोपों की जांच करने और NTA में सुधार करने की बात कही थी। इस पर अब यह फैसला लिया गया है, आगे भी कुछ नए फैसले आ सकते हैं। NTA से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें:
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भास्कर एक्सप्लेनर- पहले NEET में धांधली, अब UGC-NET रद्द:नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एक फेल मॉडल क्यों है; अंदर के लूपहोल्स की पूरी कहानी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी NTA ने 18 जून को हुई UGC-NET की परीक्षा रद्द कर दी है। परीक्षा में गड़बड़ी के इनपुट्स मिले थे। मामला CBI को सौंपा गया था। पूरी खबर पढ़ें…